सफलता का रहस्य
अजय ने कहा की इसे जानने के लिये कल मेरे साथ नदी के पास आ जाना | सुबह होते ही वो नौजवान उस नदी के पास पहुंच गया, जहां उसे आने के लिये कहा गया था | वह अजय से मिला, तो उसने उसे नदी में आगे बढ़ने के लिये कहने लगा | तभी अचानक अजय ने उस नौजवान का सर पकर कर पानी में डुबाने लगा | लड़का बाहर निकलने का बहुत प्रयास किया, लेकिन अजय ताकतवर था इसलिए उसने उसे बाहर निकलने नहीं दिया | और उसे तब तक डुबोये रखा जब तक की वो लड़का नीला नहीं पड़ने लगा | उसके बाद अजय ने उसका सर पानी से बाहर निकाल दिया | बाहर निकालते ही वो लड़का सबसे पहले वहां से भागा और भागते-भागते हांफते हुये साँस लेने लगा |
अब अजय उसके पास गया और पूछा की "जब तुम वहा थे तो तुम सबसे ज्यादा क्या चाहते थे?"
लड़के ने उत्तर दिया "साँस लेना"
तब अजय ने कहा "यही सफलता का रहस्य है | जब तुम सफलता को उतनी ही बुरी तरह से चाहोगे जितना की तुम साँस लेना चाहते थे तो तुम्हे मिल जायेगी | इसके अलावा और कोई दूसरा रहस्य नहीं है |"
दोस्तों अगर हम किसी काम को दिल से करने की ठान लेंगे तो चाहे कितनी ही मुश्किले क्यू ना आ जाये हमें वो काम करने से कोई नहीं रोक सकता | और अगर हम किसी काम को लगातार करते रहे तो उसमे सफलता पाने से भी कोई नहीं रोक सकता |
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