चाहे कुछ भी हो जाये कभी भी हार मत मानो
इसलिए वह व्यक्ति उस सर्कस के मालिक से जाकर पूछा की ये हाथी एक पतली सी रस्सी से कैसे बंधी हुई है |
तो सर्कस के मालिक ने कहा की जब यह हाथी बच्चा था, तभी से उसे रस्सियों से बांधा जाता है | उस समय इन हाथियों के पास इतनी ताकत नहीं होती है की वो रस्सियों को तोड़ सके | बार-बार कोशिश करने पर उसके मन में ये बात बैठ गयी की वो इस रस्सी को नहीं तोड़ सकता है | इसलिए ये सारे हाथी आराम से बैठे है और रस्सियों को तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहे है |
वह व्यक्ति आश्चर्य में पड़ जाता है की जैसे ये ताकतवर जानवर सिर्फ इसलिए आपना बंधन तोड़ने की कोशिश नहीं कर रहा है क्युकी उसने ये मान लिया है की वो इस रस्सी को नहीं तोड़ सकता है | उसी तरह हम इंसान भी तो सिर्फ अपने पहले मिले असफलता के कारण ये मान लेते है की मैं इस काम को नहीं कर सकता या इस काम में मैं सफल नहीं हो सकता |
दोस्तों सफलता और असफलता दोनों एक चक्र की तरह है | जैसे दिन और रात, सुख और दुःख | अगर कोई व्यक्ति आपसे ये कहे की मैं अपनी जिंदगी में कभी असफल नहीं हुआ तो संभव है की उसने अपनी जिंदगी में कभी कोई काम ही नहीं किया है | या किया भी है तो अगर किसी दिन वो असफलता का स्वाद चखेगा तो उचाईयों से ऐसा गिरेगा की दोबारा उठ नहीं पायेगा |
आप खुद ही सोचिये जब आपने साइकिल सीखी थी तो क्या आप एक बार में साइकिल चलानी सिख ली थी | आप साइकिल चलाते वक़्त बहुत बार गिरे, खून भी बहा होगा | लेकिन आप हार नहीं माने इसलिए आप साइकिल चलाना सिख पाये है | आप जब उस समय हार नहीं माने तो अभी जब अपने सपनो को पूरा करने का समय है तो आप क्यों हार मान रहे है |
दोस्तों कोई भी असफलता आपको बार-बार असफल नहीं कर सकती | अगर Thomas Edison ने 1000 बार कोशिश करने के बजाय हार मान लेते तो हम अभी भी अंधेरे में अपनी जिंदगी बिता रहे होते | अगर Colonel Sanders 1110 बार कोशिश नहीं करते तो आज KFC नहीं होता | तो दोस्तों हार मत मानिये, आगे बढ़ते जाइये आपको सफलता जरुर मिलेगी |
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